काले भूरे बादल आए
झोली भर-भर के जल लाए।
ले आए सैलाब नदी में
खेतों में दलदल लाए। काले भूरे...
छाता लाये भइया जी को
भाभी जी को छागल लाये। काले भूरे...
झींगुर जी के लिये बाँसुरी
मेंढक जी को मादल लाए। काले भूरे...
मोती दाने ऊषा जी को
संध्या जी को काजल लाये। काले भूरे...
गद्दी के दीवाने दिल्ली,
और आगरा पागल लाये ।।
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शिवपूजन 'यायावर'

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